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Rewari GK - All Information of Rewari - Rewari District Current GK in Hindi - रेवाड़ी का इतिहास

 

रेवाड़ी का इतिहास – History Of Rewari

रेवाड़ी ( Rewari ) हरियाणा का एक पुराना शहर है। रेवाड़ी जिले की  स्थापना राजा रेवत सिंह ने अपनी पुत्री रेवती के नाम पर की थी। यह भी माना जाता है कि पृथ्वीराज चौहान के भतीजे कर्मपाल ने रेवाड़ी को बसाया था।

रेवाड़ी का गठन – Rewari Kab Bna

इस जिले का गठन 1 नवम्बर 1989 को किया गया था। रेवाड़ी, धारूहेड़ा बावल इस जिले के प्रमुख नगर है

रेवाड़ी पिन कोड – Rewari Pin Code

रेवाड़ी जिले का पिन कोड 123401 है|

रेवाड़ी में उद्योग

रेवाड़ी ( Rewari ) जिला उद्योग के मामले में काफी विकास कर रहा है। रेवाड़ी जिला अपने औद्योगिक शहर धारूहेड़ा और बावल के लिए प्रसिद्ध है धारूहेड़ा में हीरो मोटरसाइकिल का कारखाना है

वही यहां पर पीतल के बर्तन भी बड़ी मात्रा में बनते हैं इसलिए धारूहेड़ा को बर्तन नगरी कहा जाता है ।रेवाड़ी को हरियाणा की पीतल नगरी कहा जाता है।

रेवाड़ी के प्रमुख मेले

·         बाबा सुरजगिरी का पौराणिक मेला

·         बाबा पीर का मेला

·         गुगा नवमी का मेला

·         बसन्त पंचमी का मेला

·         शिवरात्रि का मेला

रेवाड़ी के प्रमुख स्थल

1. राव तेज सिंह तालाब – Rav Tej Singh Talab:-  राव तेज सिंह  तालाब रेवाड़ी जिले में स्थित है। इस तालाब का निर्माण राव तेज सिंह ने करवाया था। राव तेज सिंह तालाब रेवाड़ी जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल है। इसे बड़ा तालाब भी कहते है।

2. बाग वाला तालाब – Bag Wala Talab:-  यह तालाब रेवाड़ी जिले में पुरानी तहसील के पास स्थित है, जो वर्तमान में सूखा पड़ा है। इसका निर्माण राव गुर्जरमल के पुत्र नन्दराम अहीर ने करवाया था।

3. रेजांग ला स्मारक – Rejang La Memorial:- 1962 के भारतचीन युद्ध मे रेवाड़ी के सैनिकों की अहीर रेजीमेंट के सैनिकों ने चीनी आक्रमणकारियों के साथ वीरतापूर्वक मुकाबला किया उनकी स्मृति में रेवाड़ी में यह स्मारक बनाया गया है।

4. घन्टेशवर मन्दिर – Ghanteshwer Mandir:-  घन्टेशवर मन्दिर रेवाड़ी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। इस मन्दिर में सनातन धर्म के सभी देवीदेवताओं की मूर्तियां स्थापित है।

5. हनुमान मन्दिर – Hanuman Mandir:-  हनुमान मंदिर भी रेवाड़ी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मन्दिर यहाँ के प्रसिद्ध ऐतिहासिक बड़ा तालाब पर स्थित है।

6. गोकलगढ़ का किला – Fort Of Gokalgarh:-  गोकलगढ़ का किला रेवाड़ी जिले में है। इसके अवशेष आज भी रेवाड़ी जिले में मिले है। इस किले का निर्माण राजा रेवत सिंह ने रेवाड़ी से लगभग 3 किमी दूर करवाया था।

रेवाड़ी के प्रमुख व्यक्तित्व

1. मेजर शैतान सिंह – Major Shetan Singh:-  मेजर शैतान सिंह रेवाड़ी ( Rewari ) से संबंधित थे। 1962 में हुए चीन युद्ध में अदम्य साहस दिखाने के लिए मरणोपरांत सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

2. राव वीरेन्द्र सिंह – Rav Virender Singh:-  हरियाणा के प्रथम गैर कांग्रेसी मंत्री राव वीरेंद्र सिंह का संबंध भी रेवाड़ी जिले से था उन्होंने हरियाणा विशाल पार्टी का गठन किया इसके अतिरिक्त वह हरियाणा विधानसभा के पहले पुरुष विधानसभा अध्यक्ष थे। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल सबसे छोटा था।

3. संतोष यादव – Santosh Yadav:-  संतोष यादव रेवाड़ी जिले से है। इन्होंने 2 बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की थी।

4. हेमचन्द्र – Hemchander:-  हेमचंद्र हरियाणा में एक प्रसिद्ध शासक था। मध्यकाल में  रेवाड़ी ( Rewari ) में ये काफी प्रसिद्ध हुए थे। अकबर के आक्रमण के बाद दिल्ली की गद्दी खाली हो गई तब हेमू ने हेमचंद्र विक्रमादित्य की उपाधि धारण कर दिल्ली की गद्दी पर कब्जा कर लिया विक्रमादित्य की उपाधि धारण करने वाला वह भारत का अंतिम शासक था हेमचंद्र दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाला वह भारत का अंतिम हिंदू शासक था

5. राव तुला राम – Rav Tula Ram:-  राव तुला राम रेवाड़ी के प्रसिद्ध शासक थे। जिन्होंने 1857 की क्रांति में भाग लिया था कुछ विपरीत परिस्थितियों के कारण राव तुलाराम रेवाड़ी को छोड़कर काबुल चले गए जहां पर 23 सितंबर 1863 को उनकी मृत्यु हो गई 23 सितंबर को हरियाणा में शहीदी दिवस मनाया जाता है।

Rewari Full Details In Hindi

राज्य का सर्वाधिक पुरुष साक्षरता ( 89.04% ) वाला जिला रेवाड़ी ही है।

रेवाड़ी मेटल वर्क के लिए विशेष रूप से brass work के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

हेमू की हवेली वर्तमान में कुतुबपुरा में विद्यमान है।

रेवाड़ी शहर ब्रास सिटी के नाम से जाना जाता है।

रेवाड़ी के कुंड कस्बे में स्लेट पत्थर की खाने है।

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल में स्थित है।

रेवाड़ी को वीरों की भूमि भी कहा जाता है।

सेंड पाइपर, जंगल बबलर ओर रेड मस्जिद रेवाड़ी जिले में स्थित है।

भाप इंजन का संग्रहालय भी रेवाड़ी में स्थित है।